पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती। पलकें कभी आंखों पर बोझ नहीं होती दोस्ती कभी बेवजह नहीं होती।
मैं औरत हूँ ,औरत ही रहने दो, देवी ना बनाओ। मेरी इज्जत की ठेकेदारी की, अलख ना जगाओ। मैं औरत हूँ ,औरत ही रहने दो, देवी ना बनाओ। मेरी इज्जत की ठेकेदारी की, ...
करो दीवारों संग तुम बाते ढूंढो आले में छिपी यादें। करो दीवारों संग तुम बाते ढूंढो आले में छिपी यादें।
वरना गलती निकालने वाले तो ताज महल में भी निकालते हैं। वरना गलती निकालने वाले तो ताज महल में भी निकालते हैं।
पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर। पंछी निराले रंगीले, उड़ चले हवा में पंख फैलाकर।
वो मुझे कुछ बता नहीं पा रहा था मेरी जिंदगी जो मेरा शहर छोड़े जा रही थी। वो मुझे कुछ बता नहीं पा रहा था मेरी जिंदगी जो मेरा शहर छोड़े जा रही थी।